UP News: लोकसभा सांसद दानिश अली (Danish Ali), जो हाल ही में सदन के पटल पर एक अशोभनीय आदान-प्रदान का निशाना बने, को उनकी पार्टी – मायावती की बहुजन समाज पार्टी से निलंबित कर दिया गया है। उनके खिलाफ कार्रवाई का कारण “पार्टी विरोधी गतिविधि” बताया गया है।
BSP की ओर से जारी लेटर
BSP की ओर से इस संबंध में जारी लेटर में लिखा गया है, “दानिश अली बी. एस. पी लोकसभा सांसद अमरोहा, यूपी को पार्टी विरोधी कृत्यों की वजह से आज दिनांक 9. 12. 2023 को पार्टी से निलंबित कर दिया गया है।”
एक दूसरे लेकर में पार्टी ने लिखा है, “आपको पार्टी की नीतियों, विचारधारा और अनुशासन के खिलाफ बयान या कार्रवाई के खिलाफ कई बार चेतावनी दी गई थी। लेकिन, इसके बावजूद आप लगातार पार्टी के खिलाफ काम कर रहे हैं।”
अमरोहा से सांसद ने अपनी पार्टी के आरोप से इनकार किया है और उन्होंने कहा कि “मैंने पूरी लगन से बसपा को मजबूत करने का प्रयास किया है और कभी भी किसी भी तरह का पार्टी विरोधी काम नहीं किया है। मेरे अमरोहा क्षेत्र की जनता इसकी गवाह है। मैंने निश्चित रूप से भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों का विरोध किया है और करता रहूंगा।” इसलिए अगर ऐसा करना अपराध है, तो मैंने अपराध किया है और मैं इसके लिए कोई भी सजा भुगतने के लिए तैयार हूं।”
दानिश अली |
Danish Ali ने ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया दी
दानिश अली ने ट्वीट करते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि “मैं बहन मायावती जी का हमेशा शुक्रगुजार रहूंगा कि उन्होंने मुझे BSP का टिकट दे कर लोक सभा का सदस्य बनने में मदद की। बहन जी ने मुझे BSP संसदीय दल का नेता भी बनाया। मुझे सदैव उनका असीम स्नेह और समर्थन मिला। उनका आज का फ़ैसला दुर्भाग्यपूर्ण है। मैंने अपनी पूरी मेहनत और लगन से BSP को मजबूत करने का प्रयास किया है और कभी भी किसी प्रकार का पार्टी विरोधी काम नहीं किया है। इस बात की गवाह मेरे अमरोहा क्षेत्र की जनता है।
भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी द्वारा संसद में उनके खिलाफ सांप्रदायिक अपशब्दों का इस्तेमाल करने के बाद अली ने कई बड़े विपक्षी नेताओं से मुलाकात की। उन्होंने लोकसभा से निष्कासित तृणमूल कांग्रेस नेता महुआ मोइत्रा के लिए न्याय की मांग करने के लिए कल संसद के बाहर एक-व्यक्ति विरोध प्रदर्शन भी किया। अमरोहा के सांसद को गले में एक तख्ती लटकाए हुए देखा गया, जिस पर लिखा था, “पीड़ित को अपराधी मत बनाओ”।