Hardoi News: 16 फरवरी को स्कालरशिप घोटाले को लेकर हरदोई में हुई ईडी की रेड के दौरान तमाम दस्तावेजों को एनफोर्समेंट डिपार्मेंट जांच के लिए लेकर चला गया था। दस्तावेजों की जांच-पड़ताल के बाद जीविका इंस्टीट्यूट के अध्यक्ष और डॉक्टर बी आर अंबेडकर एजूकेशनल सोसाइटी के मैनेजर रामगोपाल को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया और लखनऊ स्थित विशेष पीएमएलए (धन शोधन रोकथाम अधिनियम) अदालत ने आरोपी को जांच एजेंसी की हिरासत में भेज दिया, यहां से आरोपी को 7 दिन की ईडी की कस्टडी में दिया गया है।
आज एनफोर्समेंट डिपार्मेंट के अधिकृत ट्विटर हैंडल से ट्वीट करके जानकारी दी गई। मामले में ईडी द्वारा की गयी यह पांचवीं गिरफ्तारी है। उत्तर प्रदेश पुलिस की प्राथमिकी से धन शोधन का यह मामला सामने आया था, ईडी ने कहा कि जांच में पाया गया कि विभिन्न संस्थानों के प्रबंधकों और न्यासियों ने ‘फर्जी’ छात्रों को अपने संस्थानों में दाखिला दिलाया और जरूरतमंद छात्रों के लिए सरकारी योजनाओं का गलत फायदा उठाने के उद्देश्य से सरकारी पोर्टल पर उनके नाम पर छात्रवृत्ति के लिए आवेदन किया।
बताया गया कि इस संबंध में सभी औपचारिकताएं संस्थानों द्वारा विभिन्न एजेंटों के माध्यम से पूरी की गईं। एजेंसी के अनुसार, इस तरह से प्राप्त छात्रवृत्ति कॉलेजों के खातों में स्थानांतरित कर दी गई और उसके बाद नकदी निकाल ली गई या अंततः मालिकों/प्रबंधकों/न्यासियों या परिवार के सदस्यों के व्यक्तिगत खातों में अंतरित कर दी गई. एजेंसी ने आरोप लगाया कि इसके परिणामस्वरूप 100 करोड़ रुपये से अधिक सरकारी धन का गबन हुआ। ईडी ने इस मामले में आरोप पत्र दायर दाखिल किया है और अब तक विभिन्न आरोपियों की 6 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की संपत्ति कुर्क की है।