लखनऊ (UP News): उत्तर प्रदेश के दो शहरों को राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने पर नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए के शर्मा आज जल निगम फील्ड हास्टल संगम, लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। उन्होंने कहा कि इस बार यूपी ने एक इतिहास रच दिया है, क्योंकि यह पहली बार है कि प्रदेश के दो प्रमुख शहरों को राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है। वाराणसी और प्रयागराज को स्वच्छ गंगा टाउन श्रेणी में सर्वोच्च पुरस्कार प्रदान किया गया।
मंत्री शर्मा ने इस सर्वोच्च प्रदर्शन के लिए नगर विकास विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ ही सफाई मित्रों को भी बधाई दी हैं। उन्होंने कहा हम अगले साल और भी बेहतर प्रदर्शन करेंगे। ए.के. शर्मा ने कहा कि अब हमारा लक्ष्य सभी नगरों के लिए ODF++ के उच्च मानकों को हासिल करना और स्वच्छता में वैश्विक मापदंडों तक पहुंचना है।
नगर विकास मंत्री ने लखनऊ की सफाई व्यवस्था के बारे में कहा है कि नये साल में लखनऊ शहर की सफाई सहित सम्पूर्ण व्यवस्था अच्छी रहेगी। कुछ समय के लिए यहां की व्यवस्था जरूर संतोषजनक नहीं थी। भारत के स्वच्छ सर्वेक्षण-2023 में यूपी के दो शहरों वाराणसी एवं प्रयागराज को पहली बार स्वच्छता के लिए सर्वोच्च राष्ट्रपति पुरस्कार मिला है।
प्रदेश के 65 शहर कचरा मुक्त
जीएफसी और ओडीएफ परिणामों में इस साल उत्तर प्रदेश में 65 शहरों को कचरा मुक्त शहर के रूप में प्रमाणित किया गया है। जबकि वर्ष 2022 में 11 शहर और वर्ष 2021 में 10 शहर जीएफसी की श्रेणी में थे। जीएफसी शहरों में वन स्टार के 56, थ्री स्टार के 8 और फाइव स्टार का एक शहर नोयडा शामिल हैं। यूपी इस वर्ष अनेक और कचरा मुक्त शहरों का प्रमाणन हासिल करने का लक्ष्य बना रहा है। इस वर्ष यूपी के सभी शहर ओडीएफ हो गए हैं।
वाराणसी को थ्री स्टार गार्बेज फ्री सिटी रेटिंग
स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 के घोषित परिणामों में वाराणसी को थ्री स्टार गार्बेज फ्री सिटी रेटिंग तथा प्रयागराज को वाटर प्लस सिटी का दर्जा भी मिला है। इसके अलावा देश में जोनल स्तर पर उत्तर भारत क्षेत्र में यूपी के तीन शहरों को क्लीन सिटी नार्थ जोन का भी पुरस्कार मिला। इनमें बरवर, अनूपशहर और गजरौला शामिल हैं। एक लाख से 10 लाख तक की आबादी में क्लीन सिटी का राज्य स्तरीय पुरस्कार नोएडा को मिला।