झांसी : भारतीय समाज में एक बहुत पुरानी मान्यता है कि अगर छिपकली दूध में गिर जाए तो उसे नहीं पीना चाहिए. इस मान्यता को कई पौराणिक कथाओं से भी जोड़ा जाता है. कहा जाता है कि अगर छिपकली किसी दूध में गिर जाए तो वह जहरीला हो जाता है. लेकिन, क्या वाकई ऐसा होता है? क्या छिपकली गिरने से दूध जहरीला हो जाता है? क्या छिपकली के शरीर में जहर होता है? क्या इस दूध को पीने से किसी की मृत्यु हो सकती है? आइए जानते हैं इस रिपोर्ट में.
छिपकली गिरने से दूध पर क्या प्रभाव पड़ता है इस सवाल का जवाब जानने के लिए हमने हेल्थ और फूड एक्सपर्ट डॉ. शुभांगी निगम से बात की. डॉ. निगम ने कहा कि सबसे पहले तो इस भ्रांति को साफ कर दें की छिपकली के दूध में गिरने से किसी की मृत्यु हो जाती है. ऐसा कभी नहीं होता. छिपकली के शरीर में जहर होने की बात भी सही नहीं है. उन्होंने बताया कि छिपकली के दूध में गिरने से स्वास्थ्य को नुकसान होने का कारण दूसरा है. छिपकली कई जगहों पर घूमती है. उसके शरीर पर गंदगी बैठ जाती है. इस वजह से दूध गंदा हो जाता है.
इस कारण लोग होते हैं बीमार
लोगों के तबियत खराब होने की बात पर डॉ. शुभांगी निगम ने कहा कि फैली हुई भ्रांति की वजह से लोग बहुत डर जाते हैं. इस डर की वजह से कई बार लोगों को चक्कर आने लगता है. इसके साथ ही दूध में थोड़ी गंदगी होने की वजह से पेट में दर्द या दस्त लग सकते हैं. लेकिन, इससे किसी की मृत्यु नहीं होती है. इसलिए छिपकली की वजह से दूध जहरीला हो जाने की बात पूरी तरह गलत है.