बेनीगंज/हरदोई: कछौना रेंज के रेंजर विनय कुमार पूरी तन्मयता से हरियाली के रक्षक बने हुए हैं। लगातार क्षेत्र भ्रमण कर लकडकट्टों की नींद हराम कर रखी है। लेकिन लकडकट्टे भी अपनी हरकत से बाज नहीं आ रहे हैं। उन्हें जैसे ही मौका मिलता है वह हरे भरे पेड़ को काटने से नहीं मान रहे हैं।
आज बेनीगंज कोतवाली क्षेत्र के महमूदपुर गांव के बाहर बेनीगंज सड़क मार्ग किनारे शनिवार को लकड़ी ठेकेदार ने क्षेत्रीय वन फॉरेस्टर शुशील कुमार श्रीवास्तव की मिली भगत से 45 हरे भरे सागौन के पेड़ों को काट डाला। रविवार सुबह ग्रामीणों ने पेड़ कटे देखे तो इसकी जानकारी वन विभाग को दी सूचना पर वन विभाग के वन अधिकारी कछौना विनय कुमार सिंह टीम के साथ मौके पर पहुंचे उन्होंने घटना की बारीकी से जांच की।
उन्होंने कहा बगैर सूचना के इतने बड़े पैमाने पर प्रतिबंधित हरे भरे पेड़ों का कटान हो जाना बड़ी बात है पेड़ काटने वाले ठेकेदारों एवं पेड़ मलिक के विषय में जानकारी कर जल्द ही विभागीय कार्यवाही करते हुए कोतवाली बेनीगंज पर भी एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।
उपरोक्त मामले पश्चात् कोतवाली क्षेत्र के अमरगंज में गोमती किनारे काटे जा रहे हरे भरे विशाल आम के पेड़ों की काटी गई लकड़ी को कब्जे में लेकर फारेस्टर शुशील कुमार श्रीवास्तव को सौंपी और पेड़ों को काटने वाले यंत्रों रस्सा,कटर मशीन आदि को साथ लेकर कड़ी कार्यवाही करने की बात कही। कटान पर पहुंचे वन अधिकारी को देख लकड़ी ठेकेदार नौ दो ग्यारह हो गए।
रेंजर के प्रयासों के बावजूद लकडकट्टे काट डालते हैं हरे भरे पेड़ |
इसके बाबत वन अधिकारी ने कहा कि अमरगंज में बगैर परमिशन पेपर के आम के विशाल 4 पेड़ों को काटा गया है जबकि लकड़ी ठेकेदार द्वारा कलमी आम के 8 पेड़ों को काटने का लिखित परमीशन दिया गया था। जिसे दरकिनार करते हुए उन्होंने भारी भरकम देसी आम के पेड़ों को काट दिया है। इन लोगों पर वन अधिनियम के तहत कठोर कार्यवाही की जाएगी। प्रकृति से खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
रिपोर्ट -पुनीत मिश्रा