हरदोई: आबकारी मंत्री के घर से सिर्फ 200 से 300 मीटर की चंद कदमो की दूरी पर नुमाइश चौराहे पर मदिरा का गोदाम है। आपको बताते चले कि वहीं पर आबकारी विभाग व अधिकारियों की गाड़ियां व रूम भी मौजूद है और वहीं आबकारी निरीक्षक का ऑफिस भी है और वहीं पर साहब रहते भी है। उन सहाब की नाक के नीचे खुलेआम देसी क्वार्टर फुटकर में 100 रुपए में बेचा जा रहा है।
लगता है कि कोई नई दुकान गोदाम के अंदर आबकारी विभाग ने खुलवा दी है जो कि भारी भरकम कमीशन में शराब बेंची जा रही है। गोदाम में क्वार्टर की कीमत 100 रुपये बाहर क्वार्टर की कीमत जो ठेकों पर बेचते हैं 70 रुपये। 30 रुपये क्वार्टर का कमीशन किस साहब के पास जाता है? यह जांच का विषय है, जबकि यहां पर थोक की गोदाम है यहां पर ठेकेदारों ने ठेका ले रखा है उन्हें ही सप्लाई दी जाती है लेकिन जब हमारा रिपोर्टर उस गोडाउन में घुसा। घुसने का कारण यही था कि काफी ऐसी खबरें आ रही थी कि गोदाम से दारू बेची जाती है जिस किसी को चाहिए वह सुबह के बक्त (7-10 बजे) या ठेका बंद होने के बाद गोदाम से दारू ले सकते हैं।
इसी सच्चाई को पता लगाने के लिए हमने अपने रिपोर्टर को भेजा तो रिपोर्टर भी देखकर दंग रह गया। रिपोर्टर से बोला गया कि 100 रूपय क्वाटर मिलेगा उसने 100 रुपये का नोट दिया और एक क्वार्टर उसको दे दिया गया उसके बाद रिपोर्टर वहां पर नहीं रुका, फिर वह पूरे 20 मिनट के बाद अंदर जाता है और कहता है कि एक क्वाटर हमें और दे दो जो सप्लाई कर रहा था उसने कहा आज खत्म हो गए हैं लेकिन हमारा आदमी बाहर बस अड्डे पर कई लोग बैग लेकर के खड़े होंगे तुम उनसे जाकर के ले लो।
इसका मतलब कि गोदाम प्रभारी द्वारा खुलेआम ठेका खुलने से पहले या बन्द होने के बाद उन लोगों द्वारा शराब बिक़वाई जाती है। गोदाम से लेकर रोड तक आगे जांच का विषय है, अब देखना है कि अधिकारी इस बात को कहां तक अमल करते हैं और क्या कार्रवाई करते हैं।
रिपोर्ट- आलोक तिवारी