Ghaziabad Name Change: मंगलवार को नगर निगम की बोर्ड बैठक में जिला गाजियाबाद का नाम बदलने का प्रस्ताव पास कर दिया गया। अब इस शहर का नाम हरनंदी नगर, गजप्रस्थ, दूधेश्वर नगर में किसी एक के नाम पर रखा जा सकता है। बता दें कि बीजेपी के तमाम कार्यकर्ता और नेता गाजियाबाद जिले का नाम बदलने को लेकर मांग कर रहे थे।
100 पार्षदों में से बैठक में मौजूद 89 में 87 ने इसका समर्थन किया। पांच मिनट की चर्चा के बाद ही महापौर सुनीता दयाल ने जैसे ही कहा, नाम बदले जाने का प्रस्ताव मंजूर किया जाता है, वैसे ही सदन में भारत माता के जयकारे गूंजने लगे। बोर्ड बैठक के लिए यह प्रस्ताव वार्ड 100 (इंदिरापुरम क्षेत्र) से भाजपा के पार्षद संजय सिंह ने रखा था। उन्होंने दो नाम सुझाए थे, गजनगर या हरनंदीनगर। पार्षदों ने कहा कि यह प्रस्ताव महापौर सुनीता दयाल स्वयं पेश करें। वहीं गाजियाबाद की नगर निगम की मेयर सुनीता दयाल ने बताया कि इस प्रस्ताव को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के पास भेजा गया है और मुख्यमंत्री ही इस पर विचार करेंगे।
गाजीउद्दीन के नाम पर पड़ा गाजियाबाद
गाजियाबाद शहर की स्थापना 1740 में मुगल बादशाह मोहम्मद शाह के वजीर गाजीउद्दीन ने की थी। गाजीउद्दीन ने ग्रांड ट्रंक (जीटी) रोड के किनारे एक शहर बसाया था। इसके चार दरवाजे थे। शहर का नाम गाजीउद्दीन के नाम पर ही गाजीउद्दीन नगर पड़ गया। यह बाद में गाजियाबाद कहा जाने लगा।