Lucknow News: राजधानी की सड़कों पर इन दिनों क्रेन अभियान की चर्चा और असर देखने को मिल रहा है। इस अभियान की चपेट में ब्यूरोक्रेसी से लेकर यूपी सरकार के माननीय भी आ चुके हैं। अब तक 3 मंत्रियों की गाड़ियां उठाई जा चुकी हैं। लखनऊ पुलिस ने विधानसभा की तरफ आने वाले सभी मार्गों को नो पार्किंग जोन घोषित कर दिया है। राजधानी के कुल 11 ऐसे मार्ग हैं, जो नो पार्किंग जोन घोषित है। मतलब इन रास्तों पर अगर गाड़ी खड़ी मिली तो उसे उठा लिया जायेगा। 25 जुलाई से अब तक 419 वाहनों को उठाया जा चुका है। इनसे 4,60,900 रुपए जुर्माना भी वसूला गया है।
जयवीर सिंह यूपी सरकार में पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री हैं। बीते बुधवार को उनके काफिले की सरकारी गाड़ी लखनऊ में विधानसभा मार्ग पर नो पार्किंग जोन में खड़ी थी। यह देखते ही ट्रैफिक पुलिस ने गाड़ी को उठवा दिया और 1100 रुपए का चालान जमा करने के बाद ही छोड़ा। इससे पहले पूर्व मंत्री ओपी राजभर के काफिले में शामिल गाड़ी को नो पार्किंग से उठाया गया। 1100 रुपए वसूलने के बाद गाड़ी छोड़ी गई।
जेसीपी के मुताबिक गाड़ी छोड़ने का अधिकार सिर्फ पुलिस आयुक्त और संयुक्त पुलिस आयुक्त के पास ही होगा। यह नियम यूपी मोटर नियम 1998 के तहत लागू किया गया है। इसमें नियम 178 के तहत नगर निगम के क्षेत्र में एसपी और उसके बाहर आरटीओ के पास पावर है। उन्होंने कहा कि जाम का मुख्य कारण ई-रिक्शा और अतिक्रमण है। ई-रिक्शा का रूट तय करने के लिए कहा गया है, लेकिन अभी तक कोई काम नहीं हुआ है। अतिक्रमण भी बड़ी परेशानी है। इन दोनों समस्याओं पर काम करने के बाद ही कुछ राहत मिल सकेगी।
संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था उपेंद्र अग्रवाल ने बताया कि उठाए गए चार पहिया वाहन का 1100, तीन पहिया का 800 और दो पहिया वाहन का 700 रुपए जुर्माना वसूला जाएगा। इस दौरान किसी प्रकार की जानकारी या दिक्कत आने पर ट्रैफिक कंट्रोल नंबर 9454405155 और क्रेन संचालन एजेंसी के कक्ष के टोल-फ्री नंबर 1800-120-0428 पर संपर्क कर सकते हैं।